रिलायंस जियो के सहारे डिजिटल किंग बनने की राह पर चल पड़े मुकेश अंबानी जल्द ही इसके लिए इनिशियल पब्लिक आफरिंग यानी IPO ला सकते हैं. वहीं जियो इसी रफ्तार से बढ़ता रहा तो 5 साल बाद यानी 2025 तक तकरीबन 50 फीसदी मोबाइल यूजर्स जियो की सेवाओं का इस्तेमाल करेंगे. उस दौरान तक रिलायंस जियो के पास करीब 50 करोड़ ग्राहक होंगे. ये बातें बर्न्सटेन रिसर्च ने अपनी रिपोर्ट में कही है.
मुकेश अंबानी जल्द ही रिलायंस जियो के लिए इनिशियल पब्लिक आफरिंग यानी IPO ला सकते हैं.
रिपोर्ट में कहा गया है कि दिसंबर में हमने अपने लास्ट अपडेट में रिलायंस जियो को भारतीय टेलीकॉम इंडस्ट्री का नया बादशाह बताया था. इसके बाद हमने कई विदेशी निवेशकों को इसमें निवेया करते हुए देखा है. विदेशी कंपनियों को भी जियो में बड़ी उम्मीद दिख रही है. विदेशी कंपनियों द्वारा जियो में निवेया की शुरूआत फेसबुक से हुई. सबसे पहले फेसबुक ने इसमें 43,573.62 करोड़ रुपये के निवेश के साथ 9.99 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने का एलान किया. इसके बाद 8 प्राइवेट इक्विटी निवेशकों ने इसमें 60,753.33 करोड़ रुपये का और निवेश किया. जियो में 8 हफ्ते के अंदर 1.04 लाख करोड़ का निवेश आया. इसके बदले जियो ने 22 फीसदी से ज्यादा हिस्सेदारी बेची.

मुकेश अंबानी जल्द ही रिलायंस जियो के लिए इनिशियल पब्लिक आफरिंग यानी IPO ला सकते हैं.
रिपोर्ट में कहा गया है कि दिसंबर में हमने अपने लास्ट अपडेट में रिलायंस जियो को भारतीय टेलीकॉम इंडस्ट्री का नया बादशाह बताया था. इसके बाद हमने कई विदेशी निवेशकों को इसमें निवेया करते हुए देखा है. विदेशी कंपनियों को भी जियो में बड़ी उम्मीद दिख रही है. विदेशी कंपनियों द्वारा जियो में निवेया की शुरूआत फेसबुक से हुई. सबसे पहले फेसबुक ने इसमें 43,573.62 करोड़ रुपये के निवेश के साथ 9.99 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने का एलान किया. इसके बाद 8 प्राइवेट इक्विटी निवेशकों ने इसमें 60,753.33 करोड़ रुपये का और निवेश किया. जियो में 8 हफ्ते के अंदर 1.04 लाख करोड़ का निवेश आया. इसके बदले जियो ने 22 फीसदी से ज्यादा हिस्सेदारी बेची.
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